Footer Bottom Menu

इंटरनेट किस तरह शिक्षा को बदल रहा है

  • 0

  • 5 minutes

पिछले कुछ सालों में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट के साथ ई-लर्निंग की बढ़ती मांग के चलते शिक्षा के क्षेत्र में काफी बदलाव आए हैं।

शिक्षा के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल निश्चित तौर पर पारंपरिक शिक्षा के क्षेत्र में काफी बदलाव लाया है। इसने बिना किसी रुकावट के संसाधनों और डेटा को साझा करने के रास्ते खोले हैं। इसने दूरस्थ और आरामदायक शिक्षा के लिए प्रोत्साहित भी किया है।

क्रमांक संख्या
टेबल ऑफ़ कंटेंट
1
शिक्षा पर इंटरनेट का असर
2
ऑनलाइन शिक्षा से जुड़ी जरूरी शर्तें
3
शिक्षा में इंटरनेट की अहमियत
4
छात्रों के लिए इंटरनेट के फायदे
5
सारांश
शिक्षा पर इंटरनेट का असर

ऑनलाइन शिक्षा का सही इस्तेमाल शिक्षा के साधनों को काफी हद तक सुधार सकता है। इसके साथ ही यह शिक्षकों को तैयारी करने और छात्रों को शिक्षा के दायरे को बड़ा करने का विकल्प भी देता है। शिक्षक हर छात्र की अलग जरूरतों को भी समझ पाते हैं और उन्हें उनके हिसाब से पढ़ा भी पाते हैं।

शिक्षा के लिए इंटरनेट को इस्तेमाल करने का एक बड़ा फायदा यह है कि इसके साथ शिक्षा दूरस्थ और ग्रामीण इलाकों तक भी पहुंच रही है। ऐसी जगहों पर खास तौर पर लड़कियों को शिक्षा में असमानता का सामना करना पड़ता है।

ऑनलाइन शिक्षा से जुड़ी जरूरी शर्तें

शिक्षा में इंटरनेट की बढ़ती अहमियत के साथ टेक्नोलॉजी की तेज स्पीड सुनिश्चित करने के लिए कुछ चीजों की आवश्यकता होती है।

बेहतरीन ब्रॉडबैंड सेवाएं

हाई-स्पीड और विश्वसनीय ब्रॉडबैंड कनेक्शन प्रभावी ऑनलाइन शिक्षा के बुनियादी ढांचे का आधार है।

सामुदायिक समावेश

शहर में रहने वाले लोगों के लिए शिक्षा में इंटरनेट का इस्तेमाल काफी हद तक आसान होता है, क्योंकि उनके पास यह बुनियादी तौर पर उपलब्ध होता है। जबकि ग्रामीण इलाकों में सामाजिक और आर्थिक दिक्कतें होती हैं जिसके चलते उनकी ऑनलाइन शिक्षा में रुकावट आती है।

संसाधनों की आसान शेयरिंग

हर उम्र के छात्रों के लिए इंटरनेट पर किताबों से इतर बहुत सारा डेटा मौजूद है। कई सारे ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म छात्रों और कम संसाधनों के बीच की दूरी को कम कर रहे हैं। ये प्लेटफ़ॉर्म एक देश से दूसरे देश के छात्रों को कोर्स साझा करने की सुविधा भी देते हैं।

शिक्षा में इंटरनेट की अहमियत

शिक्षा में इंटरनेट का इस्तेमाल जानकारी और कम्युनिकेशन को शेयर करने में मदद करता है। इतना ही नहीं, छात्र ऑनलाइन लेक्चर लेने के साथ कई सारे मल्टीमीडिया फ़ॉर्मेट पर मौजूद पाठ्यक्रम को भी देख पाते हैं।

ये शिक्षकों को भी पाठ्यक्रम में अनेक टूल्स इस्तेमाल करने का विकल्प देता है।

इंटरनेट की उपलब्धता के साथ सेवानिवृत्त और स्वयंसेवक गरीब बच्चों को पढ़ा सकते हैं या वे विदेशी छात्रों को भी पढ़ा सकते हैं।

शिक्षा में इंटरनेट की अहमियत को निम्न बिंदुओं से आसानी से समझा जा सकता है-

बातचीत में आसानी

इंटरनेट शिक्षक-छात्र के बीच बातचीत को भी बढ़ावा देता है।

रियल टाइम असिस्टेंस देने वाले सोशल मीडिया ऐप और ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म के आने के बाद शिक्षक और छात्र जब चाहें, तब बातचीत करने में सक्षम हैं।

आसान लर्निंग

शिक्षा के पारंपरिक तरीकों में होने वाली जगह और संसाधनों की कमी ऑनलाइन लर्निंग और इसके प्लेटफॉर्म पर नहीं होती हैं। इंटरनेट की उपलब्धता के साथ दूर बैठकर भी ऑनलाइन पाठ्यक्रम अपनी सुविधानुसार पढ़ा जा सकता है।

ये छात्रों और शिक्षकों को आपस में बातचीत करने के लिए 24x7 सपोर्ट सिस्टम भी देता है। ये नौकरी करने वाले प्रोफेशनल्स को उनके शेड्यूल के हिसाब से कोर्स करने का ऑप्शन भी देता है

किफायती

किताबें और पाठ्यक्रम खरीदना आम तौर पर काफी महंगा होता है। हालांकि, ऑनलाइन कोर्स और जानकारी के दूसरे संसाधनों के साथ पाठ्यक्रम ऑनलाइन पढ़ना काफी किफायती हो गया है।

पूरी तरह से अपडेटेड

बहुत सारी ऑनलाइन वेबसाइट और डेटा आर्काइव के साथ रियल टाइम अपडेट मिलती है। इसके साथ यूजर सत्यापित और अपडेटेड जानकारी डाउनलोड कर पाता है।

मल्टीमीडिया-इंटीग्रेशन

शोध बताते हैं कि ऑडियो विजुअल फ़ॉर्मेट के माध्यम से हम डेटा तेजी से और कुशलता के साथ इस्तेमाल करते हैं। इन फ़ॉर्मेट में मल्टीमीडिया, इंफोग्राफिक, स्लाइडशो वगैरह शामिल हैं। इंटरनेट की वजह से इन मल्टीमीडिया फ़ॉर्मेट का इस्तेमाल कोर्स और पाठ्यक्रम में किया जा सकता है।

हमने शिक्षा में इंटरनेट की अहमियत समझ ली है। अब हम जानते हैं कि शिक्षा में इंटरनेट के इस्तेमाल से पिछले कुछ सालों में छात्रों को कितना फायदा मिला है।

छात्रों के लिए इंटरनेट के फायदे
कम्यूनिकेशन में सुधार

आम तौर पर शिक्षक और छात्र के बीच सीमित बातचीत होती थी। हालांकि, इंटरनेट ने इस बातचीत को नया स्तर दिया है। इंटरनेट के माध्यम से दो पक्षों के बीच दूरी और समय की बाध्यता होने के बावजूद आसानी से बातचीत हो पाती है।

विभिन्न सोशल मीडिया ऐप या डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से ये प्रक्रिया और आसान हो जाती है।

ऑनलाइन सर्टिफिकेट ज्यादा स्वीकृति

कुछ साल पहले तक ऑनलाइन लर्निंग और सर्टिफिकेट को प्रतियोगी और विश्वसनीय नहीं माना जाता था। ऑनलाइन कार्यक्रमों वाले संबद्ध विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में मान्यता भी कम ही मिलती थी। हालांकि, अब वह समय नहीं है। बहुत से विश्वविद्यालय अब डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम और ऑनलाइन सर्टिफिकेशन कोर्स ऑफर करते हैं।

ऑनलाइन शिक्षा बनी छात्रों की पसंद

शिक्षा के क्षेत्र में इंटरनेट में सुधार का ही असर है कि अब पहले के मुकाबले ज्यादा लोग लर्निंग के ऑनलाइन माध्यम का चुनाव करते हैं।

सारांश

इंटरनेट ने शिक्षा के बढ़ते हुए क्षेत्र को तेजी दी है। उपलब्धता और बातचीत के इस नए आयाम ने शैक्षिक संसाधनों की गुणवत्ता और इससे जुड़े डेटा की संख्या को बढ़ाया है जिसे एक जगह से दूसरी जगह आसानी से पहुंचाया जा सकता है।

इस गति के बढ़ने की उम्मीद की जा सकती है, क्योंकि बढ़ती इंटरनेट-इनेबल्ड डिवाइस और डेटा की उपलब्धता ग्रामीण स्थानों और सभी सामाजिक-आर्थिक समुदायों में सामान्य हो चुकी है। हालांकि, धीमी ब्रॉडबैंड स्पीड इस गति को कम न करे, यह सुनिश्चित करने के लिए ACT Fibernet का चुनाव करें। यह भविष्य के लिए बनाया गया कनेक्शन है जो अपलोड और डाउनलोड की समान स्पीड के साथ तेज स्पीड ऑफर करता है।

इंटरनेट राउटर के बारे में यहां सबकुछ जानें।

Related blogs

13

4 minutes read

How to find Wifi Password of the connected device?

Read more

23

4 minutes read

Benefits of Wi-Fi 6 for Business

Read more

6

4 minutes read

How To Choose the Best Broadband Connection in Hyderabad?

Read more
How may i help you?